शनिवार, 22 अगस्त 2020

प्रोटीन के लाभ और नुकसान ? इससे क्या समस्या उत्पन्न हो सकती है

प्रोटीन के लाभ और नुकसान

प्रोटीन के लाभ और नुकसान

प्रोटीन का मुख्य कार्य शरीर की मरम्मत करना और निर्माण करना होता है। आवश्यकता की कुल कैलोरी 20 से 35 प्रतिशत प्रोटीन से आनी चाहिए। फिर भी प्रतिदिन प्रोटीन की कितनी मात्रा लेनी चाहिए यह व्यक्ति की उम्र, वजन और उसके रोज के कार्य पर निर्भर करता है। 1 ग्राम प्रोटीन में 4 कैलोरी होती है। अगर कोई प्रतिदिन 2000 कैलोरी का सेवन करता है तो उसमें से 600 कैलोरी प्रोटीन से आनी चाहिए।

वैसे तो प्रोटीन सेहत के लिए बेहद आवश्यक तत्व है लेकिन कई बार प्रोटीन की अनावश्यक खुराक शरीर को नुकसान भी पहुंचाती है। कुछ लोग तो प्रोटीन के प्राकृतिक स्त्रोतों को अनदेखा करके दवाइयों और अन्य आर्टिफिशियल तत्वों से प्रोटीन की कमी को पूरा करने में लगे रहते हैं।


* प्रोटीन के स्त्रोत (Main Sources of Protein)


प्रोटीन खाद्य पदार्थों में बड़ी संख्या में मिलता है जैसे कि अंडा, मीट, मछली, सोयाबीन, दूध तथा दूध से बने उत्पाद आदि। साबुत अनाज और दालों में भी प्रोटीन होता है। राजमा, मूंग, अरहर दाल, काजू, बादाम, कद्दू के बीज, सीसम आदि में भी उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है। आइए जानें प्रोटीन के फायदे और नुकसान (Pros and cons of protein)

 

* प्रोटीन के फायदे (Benefits of Protein)



- भूख को नियंत्रित रखता है।

- तनाव को कम करता है।

- मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

- ऊतकों की मरम्मत होती है।

- वजन कम करने में सहायक।

- शरीर की कार्यप्रणाली को दुरूस्त रखता है।

- रोग प्रतिरोधक क्षमता शक्तिशाली होती है।

- बालों और त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है।

- हड्डियों, लिंगामेंट्स और दूसरे संयोजी ऊतकों को स्वस्थ रखने में सहायक।

- प्रोटीन से बाल, नाखुन, त्वचा, मांसपेशी, हड्डी और रक्तकोशिका बनती हैं।

- शरीर में पाए जाने वाले रसायनों, जैसे कि हार्मोन, न्यूरोट्रांसमीटर और एंजाइम में भी प्रोटीन है।


* प्रोटीन के नुकसान (Disadvantage of Protein)

प्रोटीन के लाभ और नुकसान
प्रोटीन के लाभ और नुकसान


- किडनी से संबंधित रोग।

- मूत्र में पीएच बैलेंस का बिगड़ना।

- किडनी की पथरी का खतरा।

- कुल कैलोरी का 30 प्रतिशत से अधिक सेवन नुकसानदायक।

- शरीर में कीटोन की मात्रा बढ़ जाती है जो कि एक विषैला पदार्थ है।

- अत्यधिक प्रोटीन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है, जिससे हृदय रोग, स्ट्रोक और कैंसर हो सकता है।

- प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम हो जाता है जिससे शरीर को फाइबर कम मिलता है।

- प्रोटीन के मेटाबॉलिज्म से निकलने वाले व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में शरीर को परेशानी होती है।


विटामिन और मिनरल के फायदे तथा नुकसान

विटामिन और मिनरल के फायदे तथा नुकसान
विटामिन और मिनरल के फायदे तथा नुकसान

विटामिन और मिनरल ऐसे पोषक तत्व हैं, जो शरीर को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ जरूरी होते हैं। अधिकतर विभिन्न तरह के भोजन और संतुलित भोजन करने पर विटामिन और मिनरल की पूर्ति हो जाती है।

विटामिन दो प्रकार के होते हैं, फैट सॉल्यूबल विटामिन (Fat Soluble Vitamin) और वाटर सॉल्यूबल विटामिन (Water Soluble Vitamin)। फैट सॉल्यूबल विटामिन ज्यादातर वसा में पाए जाते हैं। विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन ई तथा विटामिन के, फैट सॉल्यूबल विटामिन हैं। वाटर सॉल्यूबल विटामिन शरीर में जमा नहीं रहते इसलिए इन विटामिन को जल्दी जल्दी लेते रहना आवश्यक होता है। विटामिन सी, बी और फॉलिक एसिड वाटर सॉल्यूबल विटामिन हैं।

मिनरल तीन कारणों से बेहद महत्वपूर्ण होते हैं। शारीरिक ढांचे और दांतों की मजबूती के लिए, शरीर में मौजूद फ्लड और बाहरी सेल्स को नियंत्रित करने के लिए तथा व्यक्ति द्वारा खाए जाने वाले भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए। मीट, दालें, मछली, दूध तथा सूखे मेवे आदि इनके मुख्य स्रोत हैं।

विटामिन और मिनरल के लाभ (Benefits of Vitamin and Minerals)


मेटाबॉलिज्म (Metabolism):- मेटाबॉलिज्म कई तरह की प्रक्रियाओं के जरिए भोजन को स्टोर करके उसके पोषक तत्वों को ऊर्जा के रूप में जलाता है। ऐसे में विटामिन और मिनरल पाचन और मेटाबॉलिज्म में बड़ा रोल अदा करते हैं। सभी बी विटामिन जैसे कि विटामिन बी 2 या राइबोफ्लोविन, विटामिन बी 6 और विटामिन बी 12, कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन और वसा के मेटाबॉलिज्म के लिए जरूरी होते हैं। मैग्नीशियम भी ऊर्जा के लिए महत्वपूर्ण है।

हृदय को रखता है स्वस्थ (Keeps heart healthy):- रोजाना के भोजन से मिलने वाले विटामिन और मिनरल हृदय के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होते हैं। विटामिन ए, सी और ई के साथ ही बीटा केरोटीन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हृदय संबंधी बीमारियों से बचाते हैं। विटामिन बी 3 या नियासिन (niacin) कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम कर देता है।

स्वस्थ हड्डियों के लिए जरूरी (Necessary for healthy bones):- विटामिन और मिनरल हड्डियों के स्वास्थ्य और हड्डियों की सुरक्षा के लिए भी जरूरी होते हैं। विटामिन और मिनरल ऑस्टोपोरोसिस जैसी बीमारी से बचाते हैं। विटामिन डी हड्डियों के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि विटामिन डी के कारण ही हड्डियां कैल्शियम ग्रहण कर पाती हैं। विटामिन के (Vitamin K) भी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, यह कैल्शियम और विटामिन डी को सपोर्ट करने का कार्य करता है।

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विटामिन और मिनरल के नुकसान (Disadvantage of Vitamin and Minerals Suppliments)

विटामिन और मिनरल के लाभ के साथ ही कुछ नुकसान भी हैं। विटामिन और मिनरल सप्लीमेंट (Vitamin and minerals Suppliments) लेने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद जरूरी है। विटामिन और मिनरल के कुछ तत्व ऐसे हैं जो यदि लंबे समय तक शरीर में रहें तो शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। विटामिन सी की 100 मिलीग्राम से ज्यादा मात्रा लेने पर पेट दर्द, डायरिया तथा अन्य पाचन संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। वहीं फॉस्फोरस से ऊतक और शरीर के कई अंगों को नुकसान होने की संभावना रहती है जबकि जिंक से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) पर असर पड़ता है। रोजाना 10 मिलीग्राम से ज्यादा विटामिन बी की मात्रा भी इतना नुकसान देती है कि व्यक्ति को लकवा (paralise) भी हो सकता है वहीं मैगनीज से बड़ी उम्र (old age) में मांसपेशियां प्रभावित हो जाती हैं।

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सोमवार, 27 अप्रैल 2020

कोरोना वायरस का चेक कहां होता है ? यहां जानिए पूरे विस्तार से - COVID -19

कोरोना वायरस का चेक कहां होता है

कोरोना वायरस का चेक कहां होता है

कोरोना वायरस का चेक कहां होता है:- नमस्कार दोस्तों आज के पोस्ट में हम बात करने वाले हैं कोरोना वायरस का टेस्ट कहां कहां होता है आप सब भी गूगल पर सर्च कर रहे होंगे कोरोना वायरस का चेक कहां किया जाता है तो आज मैं इस पोस्ट में यही बताने वाला हूं तो चलिए इस पोस्ट को पढ़ते हैं।

लोगों को इसके साथ ये भी जानना है की अगर कोई व्यक्ति चाहे तो वो कहाँ पर जाकर अपना कोरोना वायरस टेस्ट करा सकता है. वहीँ कुछ के मन में तो ये सवाल आते हैं आखिर ये कोरोना वायरस टेस्ट कराया कैसे जाता है. इसलिए आज मैंने सोचा की आखिर आप लोगों की इन सवालों के जवाब दे ही दूँ, जिसके लिए मैंने काफी research किया है वहीँ सभी सही जानकारी आपको प्रदान करने के लिए यह article आज मैंने लिखा है. उम्मीद है की आपको आपके सभी सवालों के जवाब इसमें मिल जाएँ. तो बिना देरी किये चलिए शुरू करते हैं.

कोरोना वायरस कैसे चेक किया जाता है?

कोरोना वायरस कैसे चेक किया जाता है?

अब चलिए ये जानते हैं की आखिर ऐसे कौन से टेस्ट हैं जिनका इस्तमाल कर कोरोना वायरस को चेक किया  है.

कोरोना वायरस जांचने वाले टेस्ट का नाम क्या है?


कोरोना वायरस COVID-19 की जो strain की जाँच होती है उसके लिए कोई ऐसा ख़ास नाम नहीं है. वहीँ लेकिन इसकी काफी सारे टेस्ट अस्पतालों और private labs में किये जाते हैं.

प्राइवेट पैथोलॉजी लैब में कैसे कराएं कोरोना का टेस्ट?


कोरोना वायरस के लिए टेस्ट को केवल सरकारी मान्यता प्राप्त labs में और अस्पतालों में किया जाता है जिनके पास Specialized lab की व्यवस्था होती है.

कोरोना वायरस की टेस्ट कैसे की जाती है?

यदि आपको भी जानना है की आखिर कोरोना वायरस की टेस्ट में ऐसी क्या चीजें की जाती है, वहीँ ये टेस्ट कैसे की जाती है, तब इसके विषय में मैंने निचे जानकारी दी हुई है:
कोरोना वायरस की जाँच करने से पहले मरीज से कुछ samples इक्कठा की जाती है. वहीँ इसके लिए कुछ टेस्ट किये जाते हैं जिनके विषय में चलिए जानते हैं.
A swab टेस्ट: इसमें lab के कर्मचारी एक special cotton swab और कुछ sample लेते हैं वो भी मरीज के गले और नाम के बितरी इलाकों से.
A nasal aspirate: इसमें lab के कर्मचारी, मरीज के नाक में एक saline solution डालते हैं, वहीँ फिर उस sample को gentle तरीके से suction के जरिये निकालते हैं.
A tracheal aspirate: इसमें lab के कर्मचारी, एक पतली, lighted tube जिसे की एक bronchoscope भी कहा जाता है उसे डालते हैं lungs में, वहीँ से ही एक sample को collect किया जाता है.
A sputum टेस्ट: इसमें lab के कर्मचारी Sputum की sample इक्कठा करते हैं. Sputum असल में एक variation होता है mucus का वो भी lungs में होता है, वहीँ इसे या तो खांसने के जरिये या नाक के जरिये निकाला जाता है एक swab के जरिये.
A blood टेस्ट :- इसमें lab के कर्मचारी पीड़ित के खून की sample इक्कठा करती है जाँच करने के लिए.
वहीँ COVID-19 virus के लिए एक specialised gene sequencing टेस्ट किया जाता है जिससे की novel कोरोना वायरस होने का पता चल जाता है.

आपको कोरोना वायरस का टेस्ट कब कराना चाहिए और कहाँ होता है?

यह बात जान लें की कोरोना वायरस की टेस्टिंग केवल तभी कराना चाहिए जब आपके शरीर में कोरोना वायरस के कुछ लक्षण दिखाई पड़ें., वहीँ यदि आपने हाल में ही कहीं दुसरे देश की यात्रा की हुई है तभी या किसी पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आये हैं तभी.
यदि आपके मन में कोई भी शंका मेह्जुद हो तब ऐसे में आपको निकटवर्ती हस्पताल में जाकर डॉक्टर से संपर्क करना चहिये और अपने symptoms के विषय में बताना चाहिए. वहीँ भारत में अभी के समय में लगभग 51 से भी ज्यादा टेस्ट centers मेह्जुद हैं जहाँ पर की आप अपना कोरोना वायरस टेस्ट करा सकतेजाता हैं.

कोरोना वायरस का टेस्ट कहां कराएं

कोरोना वायरस का टेस्ट कहां कराएं

चलिए अब जानते हैं की कोरोना वायरस चेक कराने के लिए पुरे भारत में मेह्जुद टेस्ट centers की एक detailed list:

कोरोना वायरस चेक कैसे करे MAHARASHTRA में

Indira Gandhi Government Medical College, Nagpur
Kasturba Hospital for Infectious Diseases, Mumbai
SRL Religare Laboratory, Gaiwadi Industrial Estate, S.V. Road, Goregaon (W) Mumbai
Dr Lal Path Lab

City Social insurance Ltd – Worldwide Reference Research facility, Vidyavihar, Mumbai (Will be prepared by 23 Walk 2020) 

City Social insurance Ltd, Bhandarkar Organization Street, Pune (Will be prepared by 23 Walk 2020)


SRL Dignostic Laboratory, Dr Avinash Phadake Laboratory, Mahim,Mumbai
AG. Dignostic Lab Pvt.Ltd.Pune
Apollo Hospital, Nashik 31. Apollo Hospital, Navi Mumbai
SRL Limited, Sector-4, Kharghar, Navi Mumbai
SRL Ltd-CoE Histopath Mahim
SRL Limited, Hiranandani Fortis Hospital, 5th Floor, Mini Seashore Road, Sector-10, Vashi, Navi Mumbai
SRL Ltd, Fortis Hospital, Mulund-Goregaon Link Road, Mulund, Mumbai

कोरोना वायरस चेक कैसे करें DELHI में


All India Institute of Medical Sciences (AIIMS)
National Centre for Disease Control (NCDC)
Indraprastha Apollo Hospital, Delhi
Dang Lab
Dr Lal Path Lab
SRL Constrained , 74, Paschimi Marg, Vasant Vihar, New Delhi

Max Lab, Max Super Speciality Hospital, Saket

SRL Limited, Fortis Escorts Heart Institute, Okhla Road, New Delhi
Fortis Hospital, A Block Shalimar Bagh, Delhi
SRL Ltd, Fortis Flt. Lt. Rajan Dhall Hospital, Vasant Kunj, New Delhi
Lifeline Diagnostics, Green Park, Delhi
Oncquest Laboratories Ltd, Safdarjung Hospital, New Delhi-110029
City Human services Ltd, Mohan Co-usable Mechanical Home, Mathura Street, New Delhi (Will be prepared by 23 Walk 2020)

कोरोना वायरस चेक कैसे करें KERALA में


National Institute of Virology Field Unit
Govt. Medical College, Kozhikode
Govt. Medical College, Thrissur
Govt. Medical College, Thiruvananthapuram
DDRC – SRL Diagnostics Private Restricted, Gandhi Nagar, Kottayam-686008, Kerala and Amalagiri P.O., Ammencherry, Kottayam, Kerala 

DDRC SRL Diagnostics Private Restricted, Ground Floor, Aster Square, Clinical School P.O., Trivandrum-695011, Kerala 


DDRC SRL Diagnostics Private Restricted., Ernakulam G 131,DDRC SRL Tower Ernakulam-682036 Kerala 

कोरोना वायरस चेक कैसे करें KARNATAKA में

National Institute of Virology Field Unit Bangalore
Hassan Inst. of Med. Sciences, Hassan
Bangalore Medical College & Research Institute, Bangalore
Shimoga Inst. of Med. Sciences, Shivamogga
Mysore Medical College & Research Institute, Mysore
SRL Limited, Bangalore Reference lab, Next to Jal Bhavan, Bannerghatta Road, Bangalore
SRL Constrained, Fortis Emergency clinic Restricted, 14, Cunningham Street, Bangalore, Karnataka 

SRL Constrained, Fortis Emergency clinics Restricted, 154/9, Bannerghatta Street, Opp. 

IIM, Bangalore 

SRL Ltd, FortisHospital, #23,Gurukrupa Design ,800 feet street, Nagarbhavi, Bangalore 

SRL Diagnostics Private Constrained for its offices at 51, Chintal Square, tenth Fundamental Street, 33rd Cross, IV Square, Jayanagar, Bangalore

कोरोना वायरस चेक कैसे करें UTTAR PRADESH में

Jawaharlal Nehru Medical College, Aligarh
Institute of Medical Sciences, Banaras Hindu University, Varanasi
King’s George Medical University, Lucknow
SRL Ltd, B1/12, Vipul Khand, Gomti Nagar, Lucknow
SRL Limited, Fortis Hospital, B-22, Sector-62, Noida

कोरोना वायरस चेक कैसे करें RAJASTHAN में

Jhalawar Medical College, Jhalawar
SP Med. College, Bikaner
Dr. S.N Medical College, Jodhpur
Sawai Man Singh, Jaipur
RNT Medical College, Udaipur

कोरोना वायरस चेक कैसे करें TAMIL NADU में

Govt. Medical college, Thiruvaru
Government Medical College, Theni
King’s Institute of Preventive Medicine & Research, Chennai
Tirunelveli Medical College, Tirunelveli
Molecular Diagnostic Laboratory, Apollo Hospitals, Chennai
Apollo Greams Lane, Chennai
Apollo Hospitals, Madurai
SRL Restricted, Abdominal muscle 46, First Road, 6th Fundamental Road,Anna Nagar Chennai 

Neuberg Ehrlich Lab, Royapettah, Chennai 

Lister City Nungambakam, Chennai (will be prepared by 23 Walk)

कोरोना वायरस चेक कैसे करें UTTARAKHAND में

Government Medical College, Haldwani

कोरोना वायरस चेक कैसे करें WEST BENGAL में

IPGMER, Kolkata
National Institute of Cholera and Enteric Diseases, Kolkata
Apollo Gleneagles Hospital
SRL Limited Reference laboratory, Salt Lake City, Kolkata, West Bengal
SRL Limited, Fortis Hospital, 730, Anandapur, E.M. Bypass Road, Kolkata
Suraksha Diagnostics, New Town, Kolkata
Medica Super Specialty Hospital, Kolkata

कोरोना वायरस चेक कैसे करें MADHYA PRADESH में

All India Institute Medical Sciences, Bhopal
National Institute of Research in Tribal Health, Jabalpur
SRL Ltd, 34/2 New Palasia, Behind Industry House, Indore

कोरोना वायरस चेक कैसे करें GUJARAT में

MP Shah Government Medical College, Jamnagar
BJ Medical College, Ahmedabad
Apollo Hospitals, Ahmedabad
Neuberg Supratech, Ahmedabad
Desai Metropolis Health Services Pvt. Ltd., Close Mahavir Heart Emergency clinic, Athwagate, Surat(Will be prepared by 1 April 2020)
Sanjeevani Metropolis, Safal -3, Swami Vivekanand Road, Opp. Chief Bunglow, Rajkot(Will be prepared by 1 April 2020)

कोरोना वायरस चेक कैसे करें HARYANA में

Pt BD Sharma Post Graduate Organization of Clinical Sciences, Rohtak
BPS Govt Medical College, Sonipat
SRL Limited, Clinical Reference Lab, Udyog Vihar,Sector-18, Gurgaon
SRL Limited, FEHRC, Neelam Bata Road, NIT, Faridabad
Fortis Memorial Research Institute (FMRI),Sector 44,Gurgaon
SRL Limited 416, Ashoka Colony, Opposite Kalpana Chawla Medical College, Karnal-132001

कोरोना वायरस चेक कैसे करें HIMACHAL PRADESH में

Indira Gandhi Medical College, Shimla, Himachal Pradesh
Dr Rajendra Prasad Government Medical College, Kangra
SRL Ltd, Zonal hospital, Mandi, Room No 813, Mandi, Himachal Pradesh
SRL Ltd, OPD NO. 3, Dr RPGMC, Tanda, Dist Kangra, Himachal Pradesh
SRL Ltd. Indira Gandhi Medical College IGMC Shimla Dist Shimla, HP-171001
SRL Ltd. C/o Regional Hospital Hamirpur, Dist Hamirpur-177001 H.P

कोरोना वायरस चेक कैसे करें JAMMU AND KASHMIR में

Government Medical College, Srinagar
Government Medical College, Jammu
Sher-e- Kashmir Institute of Medical Sciences, Srinagar
Dr Lal Path Lab, B C Road Jammu

कोरोना वायरस चेक कैसे करें JHARKHAND में

MGM Medical College, Jamshedpur

कोरोना वायरस चेक कैसे करें MANIPUR में

Regional Institute of Medical Sciences, Imphal
JN Institute of Medical Sciences Hospital, Imphal

कोरोना वायरस चेक कैसे करें MEGHALAYA में

NEIGRI of Health and Medical Sciences, Shillong

कोरोना वायरस चेक कैसे करें ASSAM में

Silchar Medical College, Silchar
Regional Medical Research Center, Dibrugarh
Gauhati Medical College, Guwahati
Jorhat Medical College, Jorhat
SRL Diagnostics – Skylab Assam
SRL Limited-Magpins Diagnostics, Paltan Bazar, Dibrugarh

कोरोना वायरस चेक कैसे करें PUDUCHERRY में

Jawaharlal Foundation of Postgraduate Clinical Instruction and Exploration, Puducherry

कोरोना वायरस चेक कैसे करें ODISHA में

Regional Medical Research Center, Bhubaneswar
Apollo Hospitals, Bhubaneswar
SUM Hospital, Bhubaneswar

कोरोना वायरस चेक कैसे करें BIHAR में

Rajendra Memorial Research Institute of Medical Sciences, Patna
SRL Reach Limited,Sadar HospitalCampus,At Court More, Dhanbad

कोरोना वायरस चेक कैसे करें PUNJAB में

Government Medical College, Amritsar
Government Medical College, Patiala
SRL Ltd, Fortis Escorts Medical clinic, Majitha Verka Byepass Street, Amritsar 

SRL Restricted, Road Mundian, C/O Radhaswamysatsang, Beas, Fortis Emergency clinic Building, Chandigarh Street, city Ludhiana, Punjab - 141001
Fortis Hospital, Sector-62, Phase-8, Mohali, Punjab

कोरोना वायरस चेक कैसे करें TELANGANA में

Osmania Medical College, Hyderabad
Vimta Labs Ltd., Hyderabad,
Vijaya Diagnostic Centre Pvt. Ltd, Hyderabad
Sir Ronald Ross of Tropical and Transferable Infections, Hyderabad
Laboratory Services Apollo Hospitals, Hyderabad
Gulbarga Institute Of Medical Sciences, Gulbarga
Apollo Health and Lifestyle Limited-Secunderabad, Diagnostics Laboratory, Hyderabad
Dr Remedies Labs Private Limited, Hyderabad
Gandhi Medical College, Secunderabad
Nizam’s Institute Of Medical Sciences, Hyderabad

कोरोना वायरस चेक कैसे करें TRIPURA में

Government Medical College, Agartala

कोरोना वायरस चेक कैसे करें ANDHRA PRADESH में

Siddhartha Medical College, Vijayawada
Andhra Medical College, Visakhapatnam
Sri Venkateswara Institute of Medical Sciences, Tirupati
GMC, Anantapur
Rangaraya Medical College, Kakinada

कोरोना वायरस चेक कैसे करें CHANDIGARH में

Post Graduate Foundation of Clinical Training and Exploration, Chandigarh
SRL Limited, S.C.O-24, Sector-11 D, Chandigarh

कोरोना वायरस चेक कैसे करें CHHATTISGARH में

All India Institute of Medical Sciences, Raipur
Dr Lal Path lab, Raipur
SRL Diagnostics lab, Raipur

कोरोना वायरस चेक कैसे करें ANDAMAN and NICOBAR ISLANDS में

Provincial Clinical Exploration Community, Port Blair, Andaman and Nicobar

क्या कोरोना वायरस या COVID-19 का कोई इलाज है?

अभी के समय में, COVID-19 का कोई भी इलाज मेह्जुद नहीं है.

कोरोना को कैसे पहचानते हैं


निष्कर्ष:-

अभी के समय में आपको Corona को आगे फैलने से रोकने के लिए अपने घरों में रहना होगा. वहीँ ज्यादा जरुरी नहीं होने पर घर से बिलकुल भी नहीं निकले. इसमें आपकी और पुरे देश ही भलाई है.

दोस्तों आज के पोस्ट आपको कैसी लगी आप कमेंट करके बताएं अगर कोई चीज छूट गई हो तो आप मेरी मदद करें उसे ठीक करने में दोस्तों हम उम्मीद करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी तो इसी के साथ लेता हूं विदा फिर मिलेंगे एक नए पोस्ट के साथ एक नई जानकारियों के साथ।

धन्यवाद


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आरोग्य सेतु एप क्या है इसका इस्तमाल कैसे करे - aarogya setu app uses

आरोग्य सेतु एप क्या है इसका इस्तमाल कैसे करे - aarogya setu app uses 

आरोग्य सेतु एप क्या है इसका इस्तमाल कैसे करे - aarogya setu app uses:- नमस्कार दोस्तों मेरे ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत है आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं आरोग्य सेतु एप के बारे में दोस्तों आरोग्य सेतु ऐप को कैसे यूज करना है (aarogya setu app uses) aarogya setu app से kya kya kar sakte hain iski jankari mein is post mein dene wala hun to aap is post ko shuru se lekar ant tak padhen

aarogya setu kya hai in hindi 

क्या आप जानते हैं की आरोग्य सेतु एप क्या है औरइसका इस्तमाल कैसे करे? यदि आपको इस app के विषय में जानकारी नहीं है तब आज का यह article आपके लिए काफी जरुरी होने वाला है. Aarogya Setu एक ऐसा mobile application है जिसे की भारत सरकार के द्वारा develop किया गया है जिसका मूल उद्देश्य है भारत के सभी नागरिकों को एक साथ connect करना जिससे की उन्हें सभी प्रकार की जरुरी health services प्रदान किया जा सके, जिससे की Coronavirus Pandemic के विरुद्ध में लढाई की जा सकें.

aarogya setu kya hai in hindi - aarogya setu app uses 

अगर आरोग्य सेतु एप्प के फायदे के बारे में बात करें तो, इस ऐप बनाने के पीछे जो सरकार का मूल उद्देश्य है वो ये की सरकार द्वारा खासकर Ministry of Health and Family Welfare के द्वारा तैयार सभी initiatives की जानकारी लोगों तक पहुँचाया जाये. जिससे इस App के users को किसी भी प्रकार की बीमारी के विषय में पूरी जानकारी, जिसमें शामिल है उनसे जुडी risks, best practices, और relevant advisories. वहीँ अभी के समय में इसमें COVID-19 की सम्बंधित जानकारी प्रदान की जा रही है.

आरोग्य सेतु ऐप क्या है – What is Aarogya Setu in Hindi - aarogya setu app uses 


आरोग्य सेतु ऐप एक ऐसा Health App है जिसे की भारत सरकार के द्वारा तैयार किया गया है. इसे आप एक Official Source के तोर पर भी मान सकते हैं सभी coronavirus-related information के विषय में जानकारी पाने के लिए. यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण tool है COVID-19 को आगे फैलने से रोकने के लिए. इसमें दी गयी सभी जानकारी प्रस्तुत की गयी है भारत सरकार की स्वस्थ्य विभाग के द्वारा.

यह App एक privacy-first design है और अभी के समय में ये currently available है 11 अलग भाषाओँ में. इस Aarogya Setu के माध्यम से, चलिए हम साथ मिलकर एक कदम आगे बढ़ाते है अपने आपको और अपने परिवार वालों को सुरक्षित करने की कोशिश करते हैं.

आरोग्य सेतु ऐप कितनी भाषाओं में उपलब्ध है?


Aarogya Setu app support करती है करीब 11 से ज्यादा भारतीय भाषाओं को, जिसमें शामिल हैं Hindi, Gujarati, Marathi, और English इत्यादि. वहीँ दुसरे भाषा को भी धीरे धीरे इसमें शामिल किया जा रहा है.

इतने सारे भाषाओं के होने के मतलब यह है की की देश के ज्यादा से ज्यादा लोग अपने भाषा में ये महत्वूपर्ण जानकारी प्राप्त कर सकें. वहीँ इस App की एक feature phone edition भी तैयार की जा रही है वहीँ जल्द ही इसे launch की जा रही है.

आरोग्य सेतु एप्प के फायदे - aarogya setu app uses 


चलिए पहले आरोग्य सेतु अप्प के फायेदे के विषय में जानते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Aarogya Setu App अभी उपलब्ध है दोनों ही platforms में – Android और iOS.

वहीँ यह app अभी available है केवल 11 languages (भाषाओँ) में – English, Hindi, Telugu, Kannada, Malayalam, Tamil, Punjabi, Bengali, Oriya, Gujarati, और Marathi. वहीँ बहुत ही जल्द ही इसे दुसरे भाषाओं में भी उपलब्ध करवाया जायेगा.

1- यह Aarogya Setu App काम करती है Bluetooth-based technology के ऊपर और वहीँ ये risk या खतरे को निर्धारित करती है user’s location के हिसाब से.

2- वहीँ risk factor भी आधारित होता है उस data के ऊपर जो की उपलब्ध होता है उस particular location में.
3- इससे ये User को inform कर देता है जब कोई COVID-19 Positive Case उनके आसपास से गुजरता है तब, ये दूरता का सही अनुमान 6-feet proximity के भीतर ही सही तरीके से लगाने में सक्षम है.
4- यह app recommend करता है काफी सारे measures Users को जैसे की Self Assessment Test, Social distancing, वहीँ COVID-19 के समय में क्या करना चाहिए और क्या नहीं इत्यादि.
5. वहीँ यह Aarogya Setu App, User को ये भी inform करता है की उन्हें क्या सावधानी बरतनी चाहिए और वो कैसे खुदको औरों से दूर रख सकते हैं.
6- PMO के एक statement के अनुसार, यह app आपके लिए एक e-pass की सुविधा प्रदान कर सकता है जब आप एक जगह से दुसरे तक यातायात कर रहे हों तब.
7- वहीँ यदि एक user बहुत ही ज्यादा risk में हो तब, यह app उन्हें सलाह देता है की तुरंत जाकर किसी एक निकटवर्ती testing centre पर अपनी जाँच करा लें और साथ में ये आपको toll-free number 1075 पर तुरंत phone करने के लिए भी निर्देशित करता है.
8- इस app पहले से ही equipped है एक chatbot से जो की आपके सभी Basic सवालों के जवाब प्रदान करने में सक्षम है जो की coronavirus disease या COVID-19 से सम्बंधित हो.
9- वहीँ इसमें users को आसानी से प्रत्येक राज्य के helpline numbers मिल जायेंगे.

आरोग्य सेतु ऐप को किसने बनाया है?

आरोग्य सेतु ऐप को develep किया गया है एक extraordinary team की young engineers के द्वारा, यह app बहुत ही unique example है देश की young talent को एक साथ काम करते हुए देख, वो भी बहुत ही कम resources के साथ, वहीँ सबसे बड़ी बात इस Global crisis के दौरान उनकी effort को सलाम करने का दिल करता है.
आरोग्य सेतु एप्प को Develop किया गया है Public-Private Partnership के अंतर्गत वो भी NIC guidance से, इस Aarogya Setu app में शामिल है privacy-first design और ये अभी के समय में 11 भाषाओँ में उपलब्ध है.

आरोग्य सेतु एप्प डाउनलोड इस्तिमाल कैसे करे?

यहाँ पर मैं आप लोगों को आरोग्य सेतु अप कैसे डाउनलोड करें और इसका इस्तमाल कैसे करें इस विषय में पूरी जानकारी प्रदान करने वाला हूँ. चलिए इसके विषय में जानते हैं.

चलिए नीचे बताई गयी steps का पालन करें.

Step 1: सबसे पहले आपको install करना होगा Aarogya Setu app. यह app उपलब्ध है Android और iOS platform में.

Step 2: एक बार आपने इस Aarogya Setu app को download कर लिया अपने device में, फिर आपको select करना होगा language और click करें ‘next‘.

Step 3: अब आपको Click करना होगा ‘Register Now‘ option में.

Step 4: इस step में, Aarogya Setu app आपको पूछेगा आपके permission के लिए. आगे बढ़ने के लिए, एक बार सभी terms and conditions पढने के बाद, आपको click करना होगा ‘I Agree‘ button पर.

Step 5: अब आपको enter करना होता है आपका mobile number.

Step 6: अब आपके Mobile Number पर एक OTP भेजा जायेगा वो भी verification के लिए.

Step 7: यहाँ पर आपको अपने personal details भरना होता है जैसे की name, age, profession, countries travel outside in the last 30 days, फिर आपको tick mark करना होता है इस option में ‘Ready to volunteer in the time of need‘ और click करें ‘Submit‘. वहीँ आपको कुछ option skip भी करना होगा.

Step 8: अब आपको सामने COVID-19 की पूरी details नज़र आएगी और साथ में आप एक self-assessment test भी कर सकते हैं Options पर click कर.

जब आप self-assessment test दे रहे होते हैं, तब आपको पूछा जायेगा बहुत से details और जब आपने सभी जरुरी details प्रदान कर दिए हैं, फिर app आपको ये बता देगा की आपको इस बीमारी से डरना चाहिए या नहीं. वहीँ पीड़ित होने के बारे में भी ये जानकारी प्रदान कर देती है.
Step 9: इसके अलावा Aarogya Setu app भी काफी helpful हैं ये बताने के लिए “Covid-19 की Do’s और Don’ts और ‘Safety measures वो भी Covid-19 से निपटने के लिए’.

Aarogya Setu App Download Link - aarogya setu app uses 

Download करें arogya Setu App और join हो जाएँ COVID-19 के विरुद्ध इस लढाई में.
Android: DOWNLOAD
IOS: DOWNLOAD

आरोग्य सेतु App अब कितनी भाषाओं में उपलब्ध है ?

अभी के समय में Aarogya Setu app लगभग 11 भाषाओं में उपलब्ध है.

Aarogya Setu App कैसे काम करता है ?

Aarogya Setu App असल में एक self testing tool होता है. इसे User को अपनी Mobile में download करना होता है इस्तमाल करने के लिए और एक बार आपने इस app को install कर लिया.
फिर आपको अपने Mobile के Bluetooth को switch on करना होता है (आपको अपने मोबाइल में हमेशा Bluetooth को On रखने के लिए recommend किया जाता है वो भी सभी समय) और Location को भी. अब फिर set करें ‘location sharing’ को ‘Always’ (जिसे आप बाद में बदल भी सकते हैं).

Aarogya Setu App की colour coding क्या होती हैं ?

आरोग्य सेतु अप्प में तीन प्रकार के Colour Coding पाई जाती है. इस application में green (हरा) और yellow (पीला) colour मेह्जुद होता है इसके interface में.
जहाँ की हरा रंग represent करता है की यह User Safe या सुरक्षित है और उसे social distancing का पालन करना चाहिए.
वहीँ यदि किसी User का रंग लाल है तब उसे तुरंत जाकर किसी एक medical team के साथ संपर्क करनी चहिये.

Medical Team से संपर्क करने के लिए किस toll-free number का इस्तमाल करना चाहिए ?

यदि आपको किसी भी प्रकार का सवाल पूछना है तब आप आसानी से इसे Toll Free Number1075” पर पूछ सकते हैं. यहाँ पर आपके सभी प्रकार के doubt वो भी COVID-19 से सम्बंधित के जवाब प्रदान किये जायेंगे.

आरोग्य सेतु एप की कितनी डाउनलोडस हो चुकी हैं?

Aarogya Setu App Launch के तीन दिनों के बाद ही, इस Aarogya Setu app को करीब five million से भी ज्यादा users download कर चुके हैं इसे Google Play Store से. वहीँ अभी की बात करूँ तब इसकी 10 million downloads से भी ज्यादा हो चुकी हैं.
ये हाल ही में ही इस App को भारत की top free apps मेंभी शामिल है दोनों Google Play और App Store में. आरोग्य सेतु फ़िलहाल में Health and Fitness के section में top postion हासिल कर चूका है.

aarogya setu kya hai in hindi 


मुझे उम्मीद है की आपको मेरी यह लेख आरोग्य सेतु क्या है (What is Aarogya Setu in Hindi)  जरुर पसंद आई होगी. दोस्तों अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरुर शेयर करें। agar main is post mein kuchh likhane mein galti kar diye ho to mujhe maaf kar den aur comment karke bataen yah post aapko kaisi lagi

धन्यवाद,

लेबल:

सोमवार, 20 अप्रैल 2020

जल्दी वजन कम करने के उपाय ? घर पर बना हुआ ड्रिंक से

जल्दी वजन कम करने के उपाय


जल्दी वजन कम करने के उपाय
जल्दी वजन कम करने के उपाय

इस ड्रिंक में शहद और काली मिर्च भी पड़ता है जो, कि कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कम करने में लाभकारी है। अब आइये जानते हैं वजन कम करने के लिये टमाटर का यह जूस कैसे बनाते हैं।

जल्दी वजन कम करने के उपाय

Wow! 70 KG वजन कम करने में रहे कामियाब मुकेश के बेटे अनंत अंबानी

टमाटर की ड्रिंक की रेसिपी

सामग्री- 

टमाटर, शहद और काली मिर्च

जल्दी वजन कम करने के उपाय

बनाने की विधि- 

2 पके टमाटर लें, उन्‍हें मिक्‍सर में पीस कर उसका रस निकालें। फिर दूसरी ओर काली मिर्च को पीस कर उसका पावडर बना लें। अब इन दोनों चीजों को एक कप में मिक्‍स कर लें और उसमें 2 चम्‍मच शहद मिक्‍स करें। आपका ड्रिंक पीने के लिये तैयार है। इस जूस को रोजाना सुबह के समय खाली पेट पियें। बेस्‍ट रिजल्‍ट पाने के लिये इसका सेवन 2 महीने तक करें।

जल्दी वजन कम करने के उपाय

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं।

थकान कैसे दूर करें  

थकान कैसे दूर करें
थकान कैसे दूर करें

कद्दू के बीज

इसमें ढेर सारा प्रोटीन, विटामिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है। ये सभी पोषण शरीर को झट से एनर्जी देते हैं और थकान से लड़ने में मदद करते हैं।

अखरोट

यह एक अच्‍छा स्‍नैक है जिसे एनर्जी बढाने के लिये खाया जा सकता है। अखरोट में प्रोटीन, विटामिन और ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो कि थकान से लड़ने में मदद करता है।

थकान कैसे दूर करें 

ओटमील

इसमें प्रोटीन, मैगनीशियम, फॉस्‍फोरस और विटामिन बी1 होता है जा कि एनर्जी के लवल को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही इसमें फाइबर और कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं जो एनर्जी बढ़ाते हैं।

दही

थकान कैसे दूर करें 

दही में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा काफी अधिक होती है। साथ ही यह पेट भी अच्‍छा रखता है, इसलिये इसे दिन में एक बार खाना ना भूलें।

तरबूज

इसमें पानी और इलेक्‍ट्रोलाइट्स की मात्रा अच्‍छी खासी होती है, जिसे खाने से शरीर हाइड्रेट रहता है। इसे खाने से शरीर को तुरंत ही एनर्जी मिलती है।

थकान कैसे दूर करें 

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं

workout के बाद क्या खाएं

Workout के बाद क्या खाएं
Workout के बाद क्या खाएं

चुकंदर, गाजर, सेब और अदरक का जूस

चुकंदर का रस ब्‍लड प्रेशर, गाजर का रस आंखों की रौशनी, इम्‍यूनिटी और पूरी सेहत को सुधारने में मदद करता है। इसी तरह सेब कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कम करने तथा अदरक पाचन क्रिया सुधारने में मदद करता है।

workout के बाद क्या खाएं

 प्रोटीन और बनाना शेक

इसे बनाने के लिये डेढ़ कम स्‍किम मिल्‍क, 1 चम्‍मच वे प्रोटीन, 2 केले और जरा सी आइस क्‍यूब लें। इन सभी चीजों को मिक्‍सर में ब्‍लेंड कर लें और पियें।

नारियल पानी

इसमें प्राकृतिक पोटैशियम होता है जो कि शरीर में पानी की कमी पूरी करता है और वर्कआउट करने के बाद एनर्जी देता है।

नींबू और गरम पानी

नींबू में विटामिन सी होता है जो कि शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। यह इम्‍यून सिस्‍टम को भी तेज करता है।

workout के बाद क्या खाएं

बादाम शेक

2 कप दूध में 1 चम्‍मच प्रोटीन पावडर और 12 बादाम डाल कर शेक तैयार कीजिये।

ग्रीन टी और नींबू, अदरक तथा पुदीना

इसे बनाने के लिये 6 ग्रीन टी बैग, 1 कप पुदीना, 2 चम्‍मच नींबू का रस और अदरक लीजिये। एक पैन में 6 कप पानी डाल कर खौलाइये, फिर उसमें टी बैग, नींबू का रस और अदरक मिलाइये। फिर आंच बंद कीजिये और पुदीने की पत्‍तियां डालिये। फिर इसे छानिये और ढंक कर 15 मिनट के बाद फ्रिज में रख दीजिये। ठंडी होने पर इसमें आइस क्‍यूब डाल कर पीजिये।

आइस टी, अदरक और पुदीना

अदरक और 6 कप पानी मिला कर पैन में उबालें। फिर आंच से उतार कर इसमें टी बैग और पुदीना मिलाएं। उसके बाद इसे ढंक कर 15 मिनट रख दें। फिर इसे छान कर इसमें नींबू और शहद मिला कर फ्रिज में रखें और ठंडा होने पर पियें।

छाछ

छाछ पीने से पाचन क्रिया अच्‍छी बनती है और इसे मसालेदार भोजन खाने के बाद भी पिया जा सकता है। यह शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है।

workout के बाद क्या खाएं

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं

दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए

दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए
दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए

1 गिलास दूध में आपको कितना स्‍वास्‍थ्‍य लाभ 


1 कप दूध में रोजान के जरुरत भर के लिये 30% तक कैल्‍शियम मिल जाता है। साथ ही इसमें 25% तक विटामिन डी, 24% विटामिन बी, 20% फॉस्‍फोरस और 11% पोटैशियम होता है।

दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए

1 गिलास दूध में कितनी कैलोरीज़ होती हैं?

भैंस के 250ml गिलास में 242 कैलोरीज़

गाय के 250ml गिलास में 151 कैलोरीज़

स्‍किम मिल्‍क के 250ml गिलास में 108 कैलोरीज़

फ्लेवर्ड मिल्‍क अच्‍छा है या बुरा

बाजार में मिलने वाला फ्लेवर्ड मिल्‍क डेर सारी शक्‍कर से भरी होती है जो कि हानिकारक होता है। इसके बजाए आप वे प्रोटीन शेक या नेचुरल फ्रूट स्‍मूदी पी सकते हैं।

दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए

कैसे से बढ़ाएं दूध का सेवन

दिन की शुरुआत दूध और वे प्रोटीन से करें।

दूध को स्‍नैक के तौर पर लें। आप दूध के स्‍नैक के तौर पर भी पी सकते हैं।

वर्कआउट करने के बाद दूध पिया जा सकता है।

रात को सोने से पहले दूध पियें।

दिन में कितनी बार दूध पीना चाहिए

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं


बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक

बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक
बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक

हल्‍दी -

हल्‍दी कई लाभकारी गुणों से भरपूर होती है और बैक्‍टीरिया को मारने में सक्षम होती है। इसलिए कई रोगों में इसे लाभप्रद माना जाता है। साथ ही शरीर की क्रियाविधि को दुरूस्‍त बनाएं रखने में भी यह सहायक होती है। इसे लगाने से घाव भी बहुत जल्‍दी भर जाता है।

अदरक-

अदरक के सेवन से कई प्रकार के संक्रमण एकआध दिन में ही सही हो जाते हैं। सांस सम्‍बंधी समस्‍या होने पर अदरक सबसे ज्‍यादा फायदा करती है।

बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक

नीम -

नीम के गुणों से हम सभी परिचित हैं। दाने हो या मुहांसे, नीम का लेप चेहरे को संक्रमणमुक्‍त कर देता है। चेचक या खसरा होने पर भी नीम के पत्‍ते को उबालकर स्‍नान करने से संक्रमण जल्‍दी से सही हो जाता है। कैविटी में भी नीम फायदा करता है।

शहद -

शहद सबसे अच्‍छा एंटीबायोटिक होता है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटीमाईक्रोबियल गुण होते हैं। यह मल्‍टीपल लेयर वाले इंफेक्‍शन को भी सही कर देता है और इतनी मजबूती प्रदान करता है कि अगली बार ऐसी समस्‍या न हो। चेहरे के लिए यह सबसे लाभकारी होता है।

बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक

जैतून का तेल -

जैतून का तेल कई प्रकार के बैक्‍टीरियल संक्रमण का सही कर सकता है। इसमें एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं।

ओरीगेनो तेल

ओरीगेनो का तेल, बैक्‍टीरिया को दूर भगाने में काफी कारगर होता है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटीऑक्‍सीडेंट, एंटीवायरल, एंटीफंगल और एंटी-पैरासाइट गुण होते हैं।

बेहतरीन प्राकृतिक एंटीबायोटिक

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं

देर रात खाना खाने के नुकसान 

देर रात खाना खाने के नुकसान
देर रात खाना खाने के नुकसान 

हमने कई लोगों को देखा हे जो आधी रात को डिनर करते हैं। कायदानुसार, शाम 8 बजे के बाद डिनर करना अपने शरीर के साथ खिलवाड़ करना होता है

रात के समय भोजन करने से शरीर में एक्‍ट्रा फैट जमा हो जाता है, साथ भोजन को पचने का समय नहीं मिल पाता है और आप उससे पहले ही सो जाते हैं। जिन लोगों को मोटापे की समस्‍या होती है, उनके मोटापे का सबसे बड़ा कारण एक यह भी हो सकता है।

देर रात खाना खाने के नुकसान 

देर रात को भोजन करने से एक विशेष प्रकार का डिस्‍ऑर्डर हो जाता है। इस मानसिक दोष में व्‍यक्ति को सदैव भोजन के बारे में अजीब सा ख्‍याल बना रहता है। वह सही प्रकार से सो नहीं पाता है और उसे सोते समय भी भोजन के बारे में ही सपने आते हैं।

इस डिस्‍ऑर्डर में उसकी चिंता काफी बढ़ जाती है और मूड भी खराब रहता है। मेलाटोनिन का रेट कम और कार्सिटोन का रेट, शरीर में बढ़ जाता है।

इसलिए बेहतर होता है कि हर कोई सोने से ठीक 3 घंटे पहले ही भोजन कर ले। देर रात में भोजन करना, न सिर्फ आपके दिमाग के लिए बल्कि स्‍वास्‍थ्‍य के लिए भी ठीक नहीं होता है।

देर रात खाना खाने के नुकसान 

रात्रि के भोजन का समय बिलकुल ठीक होना चाहिए। अगर आप शाम 6 बजे ही खाना खा लेते है और आधी रात को सोते हैं तो लगभग 6 घंटे बाद आपका पेट बिल्‍कुल खाली हो जाएगा, ऐसे में आप फिर कुछ खा लेगे और फिर से आपके शरीर की प्रक्रिया गड़बढ़ हो जाएगी। कई बार ऐसा करने से नींद में भी खलल होता है। हां आप जूस जैसा कुछ ले सकते हैं।

सोने से पहले कई लोग व्‍यायाम करने से बचते हैं ताकि वह बूस्‍टअप न हो जाएं और इससे उनकी नींद में खलल न आएं। अगर आप सही समय पर भोजन कर लेते हैं तो व्‍यायाम करने में कोई दिक्‍कत नहीं है। इससे आपका स्‍वस्‍थ्‍य अच्‍छा ही रहेगा।

रात को हल्‍का और शाकाहारी भोजन सबसे अच्‍छा रहता है। अगर आप देर रात भोजन करते हैं तो कम से कम ब्रश करना कतई न भूलें। अपने शरीर के साथ खिलवाड़ न करें और स्‍वस्‍थ रहने का हर संभव प्रयास करें।


देर रात खाना खाने के नुकसान 

आप वीडियो के माध्यम से भी समझ सकते हैं

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